जहाँ सुरक्षाकर्मी जब जिसको चाहे कर दे अँधा
और पुलिस के थाने ऐसे जैसे पंडों का धंधा
मुठभेड़ों के नाम पर हत्या होती है निर्दोषों की
चौराहों की मर्यादा है ठोकर में मदहोशों की
जहाँ वर्दियों की बाहों में अबला की चीखें गम है
गाँधी की नैतिकता वाली आँखों के आगे तम है
भारत गाँधी के सपनों का कातिल है हत्यारा है
फिर भी सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा है .........
गर्मी सर्दी बरसातों में निर्धन मर जाएँ तो क्या
आमों की गुठली के आटे की रोटी खाएं तो क्या
आदिवासियों की मजबूरी पेड़ों की पत्ती खाएं
झोपड़ियों में पैदा होकर फुटपाथों पर मर जाएँ
हमने अपनी झोपड़ियों के आँगन भूख सहेजी है
लेकिन अपनी कला नाचने अमरीका में भेजी है
जो भूखों से भीख मांग ले भारत वो बंजारा है
फिर भी सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा है .........
खूनी दंगों के जंगल ही जंगल जिसके आँगन में
लाखों चोटें खाए बैठा है जो अपने दामन में
जिसके पूजा घर शामिल हैं होड़ों में हथियारों की
ईटें भी रोती होंगी मंदिर मस्जिद गुरुद्वारों की
जिसका रोज तिरंगा अपने लहू में सन जाता है
बेटे का पिस्तौल माँ के ही सीने पर तन जाता है
भगत सिंह की धरती पर खालिस्तानी नारा है
फिर भी सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा है .........
कफ़न खसौटे भी हमसे बेशर्मी में हार गए
भारत के मुर्दे भी बिक बिक कर सीमा पार गए
हमने आडम्बर ओढा है धरम करम के सायों का
पर दुनिया वालों के आगे मांस परोसा गायों का
यहाँ पुजारी भी बैठे हैं आँखों में नाख़ून लिए
और ब्रह्मचारी फिरते हैं जेबों में कानून लिए
राम तुम्हारी गंगा मैली गंगा जल भी खारा है
फिर भी सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा है .........
जहाँ अभी भी मानव की बलि रोज चढ़ाई जाती है
पत्थर की मूरत भी लहू से नहलाई जाती है
युवा कली की घूघट उठने से पहले सिल जाती है
इस भारत में दूध नहीं मिलता मदिरा मिल जाती है
जहाँ रोज लाशें बनती हैं दुल्हन बिना दहेजों की
और रोज संख्या बढ़ जाती है आवारा सेजों की
बेबस नोची हुयी कली का चकला यहाँ सहारा है
फिर भी सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा है .........
यहाँ बुद्धि तौली जाती है जाती सने आधारों से
सत्ता की नैया चलती है आरक्षित पतवारों से
कूटनीतियाँ तोड़ रही हैं निर्धन की खुद्दारी को
यहाँ परीक्षा से पहले परिणाम सुरक्षित होता है
मिट्टी के माधव का भी सम्मान सुरक्षित होता है
आरक्षण कानून वतन की प्रतिभा का हत्यारा है
फिर भी सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा है .........
और पुलिस के थाने ऐसे जैसे पंडों का धंधा
मुठभेड़ों के नाम पर हत्या होती है निर्दोषों की
चौराहों की मर्यादा है ठोकर में मदहोशों की
जहाँ वर्दियों की बाहों में अबला की चीखें गम है
गाँधी की नैतिकता वाली आँखों के आगे तम है
भारत गाँधी के सपनों का कातिल है हत्यारा है
फिर भी सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा है .........
गर्मी सर्दी बरसातों में निर्धन मर जाएँ तो क्या
आमों की गुठली के आटे की रोटी खाएं तो क्या
आदिवासियों की मजबूरी पेड़ों की पत्ती खाएं
झोपड़ियों में पैदा होकर फुटपाथों पर मर जाएँ
हमने अपनी झोपड़ियों के आँगन भूख सहेजी है
लेकिन अपनी कला नाचने अमरीका में भेजी है
जो भूखों से भीख मांग ले भारत वो बंजारा है
फिर भी सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा है .........
खूनी दंगों के जंगल ही जंगल जिसके आँगन में
लाखों चोटें खाए बैठा है जो अपने दामन में
जिसके पूजा घर शामिल हैं होड़ों में हथियारों की
ईटें भी रोती होंगी मंदिर मस्जिद गुरुद्वारों की
जिसका रोज तिरंगा अपने लहू में सन जाता है
बेटे का पिस्तौल माँ के ही सीने पर तन जाता है
भगत सिंह की धरती पर खालिस्तानी नारा है
फिर भी सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा है .........
कफ़न खसौटे भी हमसे बेशर्मी में हार गए
भारत के मुर्दे भी बिक बिक कर सीमा पार गए
हमने आडम्बर ओढा है धरम करम के सायों का
पर दुनिया वालों के आगे मांस परोसा गायों का
यहाँ पुजारी भी बैठे हैं आँखों में नाख़ून लिए
और ब्रह्मचारी फिरते हैं जेबों में कानून लिए
राम तुम्हारी गंगा मैली गंगा जल भी खारा है
फिर भी सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा है .........
जहाँ अभी भी मानव की बलि रोज चढ़ाई जाती है
पत्थर की मूरत भी लहू से नहलाई जाती है
युवा कली की घूघट उठने से पहले सिल जाती है
इस भारत में दूध नहीं मिलता मदिरा मिल जाती है
जहाँ रोज लाशें बनती हैं दुल्हन बिना दहेजों की
और रोज संख्या बढ़ जाती है आवारा सेजों की
बेबस नोची हुयी कली का चकला यहाँ सहारा है
फिर भी सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा है .........
यहाँ बुद्धि तौली जाती है जाती सने आधारों से
सत्ता की नैया चलती है आरक्षित पतवारों से
कूटनीतियाँ तोड़ रही हैं निर्धन की खुद्दारी को
यहाँ परीक्षा से पहले परिणाम सुरक्षित होता है
मिट्टी के माधव का भी सम्मान सुरक्षित होता है
आरक्षण कानून वतन की प्रतिभा का हत्यारा है
फिर भी सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा है .........