Tuesday, May 11, 2010

पूजा तुम्हारे लिए जिया कि तरफ से .... माँ का अहसास

माँ - माँ संवेदना है भावना है अहसास है,
माँ - माँ जीवन के फूलों में खुशबू का वास है,
माँ - माँ रोते हुए बच्चे का खुशनुमा पालना है,
माँ - माँ मरुश्थल मे नदी या मीठा सा झरना है,
माँ - माँ लोरी है गीत है प्यारी सी थाप है,
माँ - माँ पूजा कि थाली है मंत्रो का जाप है,
माँ - माँ आँखों का सिसकता हुआ किनारा है,
माँ - माँ गालों पर पप्पी है ममता कि धारा है,
माँ - माँ झुलसते दिलों मे कोयल कि बोली है,
माँ - माँ मेहँदी है कुमकुम है सिन्दूर है रोली है,
माँ - माँ कलम है दवाद है स्याही है,
माँ - माँ परमात्मा कि स्वयं एक गवाही है,
माँ - माँ त्याग है तपस्या है सेवा है,
माँ - माँ फूँक से ठंडा किया हुआ एक कलेवा है,
माँ - माँ अनुष्ठान है साधना है जीवन का हवन है,
माँ - माँ जिन्दगी के मोहल्ले मे आत्मा का भवन है,
माँ - माँ चूड़ी वाले हाथों के मजबूत कन्धों का नाम है,
माँ - माँ काशी है काबा है और चारो धाम है,
माँ - माँ चिंता है याद है हिचकी है,
माँ - माँ बच्चे कि चोट पर सिसकी है,
माँ - माँ चूल्हा धुआं रोटी और हाथों का छाला है,
माँ - माँ जिन्दगी कि कडवाहट मे अमृत का प्याला है,
माँ - माँ प्रथ्वी है जगत है धुरी है,
माँ - माँ बिना इस स्रष्टि कि कल्पना अधूरी है,
तो माँ कि ये कथा अनादी है,
ये अध्याय नहीं है,
और माँ का जीवन मे कोई पर्याय नहीं है,
माँ का महत्वा दुनिया मे कम हो नहीं सकता,
माँ जैसा दुनिया में कुछ हो नहीं सकता|

6 comments:

Ra said...

माँ शब्द की महिमा को बड़े सुन्दर ढंग से उकेरा है आपने.....माँ की ममता का कोई मोल नही ..माँ शब्द अपने आप में अथाह प्रेम का भण्डार है ..पहली बार आया आपके ब्लॉग पर....... अच्छा लगा .....माँ की महिमा पर हमने भी कुछ लिखा है ..आपके सुझाव सादर आमंत्रित है http://athaah.blogspot.com/2010/05/blog-post_08.html

Anonymous said...

har maa ko sirf tum saa beta chahiye

Unknown said...

VERY NICE ABHAY.U R A GOOD POET.TUMNE MAA SHABD KO ITNI ACCHI DEFINATION DI HAI.HUM TUMHE APNI FAMILY MEIN PAA KAR GARV MEHSOOS KARTE HAIN.WE LOVE U.APNI CHACHI.9999597044.

Unknown said...

WE PROUD OF U ABHAY.TUM EK BAHUT SAMAJHDAR INSAN HO.VALUE OF A PERSON LIKE U CANNOT BE MEASURED ONLY TREASURED.GOD BLESS U ND UR FAMILY.APNI CHACHI.9999597044

Anonymous said...

Kya kahen Kaise Kahen Lafj hi nahi Milte ki KIn Shabdon se Aapki Taariff kar Doon.

Anonymous said...

kuch bhi Kahta Hoon To Apke liye Kam MAhsuss karta hoon.