Monday, December 15, 2008

तेरे मासूम सवाल

शुरुआत हुयी तो जुबान नही चलती थी सिर्फ़ उँगलियों के इशारे पर जरुरत से ज्यादा माँ बाप दे दिया करते थे फिर ऊँगली के बाद कदम चलना चालू हुए और ख़ुद चीजों के पास जा उठाने की आदत पड़ी और उसके बाद जब से बोलना सीखा , पता नही चीखना और चिल्लाना कब अपने आप सीख गया, मांगना कम हुआ छीनने की आदत पड़ गई और उसके बाद भी है पूरा नही होता
पता नही कितना चाहिए और कब तक चाहिए, अब तो लोग आने वाली पीढियों का भी भण्डार में हिस्सा तय कर देते हैं और कुछ लोग की जिन्हें आने वाली पीढी छोडो आने वाले दिन के भोजन का ठिकाना नही, कितना अजीब है तकदीर का लेखा

5 comments:

Anonymous said...

Great

Anonymous said...

Complete It

Anonymous said...

You write good but little.

Anonymous said...

Agreed

Anonymous said...

agreed